ER Diagram Modeling

ER-Diagram Model

ER डायग्राम (Entity-Relationship Diagram) Database Design के लिए एक Modelling टूल होता है जिसका उपयोग Database में Organized को दिखाने और समझाने के लिए किया जाता है। ER Diagram, Database की संरचना(Structure), संबंध (Relation) और Data इंटरेक्शन(Interaction) को Show करने के लिए एंटिटी (Entity), रिलेशनशिप (Relationship) और एट्रिब्यूट (Attribute) के Elements का Use करता है।

एंटिटी (Entity) एक वस्तु, व्यक्ति, स्थान या Concept को प्रतिष्ठित करती है जिसे Database में Store किया जाता है। यह Database में एक Table के रूप में प्रदर्शित की जा सकती है, और प्रत्येक एंटिटी (Entity) का एक Primary Key होता है जो उन्हें अन्य एंटिटी से अलग करता है।

रिलेशनशिप (Relationship) एंटिटी (Entity) के बीच संबंध (Relation) को दर्शाता है और उनके आपसी संबंध (Relation) की प्रकृति को परिभाषित करता है। Relationship Diagram में Relationship के प्रकार, यौगिकता, मान्यता और अन्य विशेषताएं दिखाई जा सकती हैं।

एट्रिब्यूट (Attribute) एंटिटी (Entity) के विशेषताओं को दर्शाता है जो उसके बारे में Information Collect करती हैं। ये विशेषताएं अद्यतित करने और फ़िल्टर करने के लिए Database Carry करने में मदद करती हैं।

ER Diagram डेटाबेस के विभिन्न पहलुओं को एक ग्राफिकल रूप में प्रदर्शित करता है जो Users को Organized और Simple ढंग से Database Design करने में मदद करता है। यह एक मानक तकनीक है जिसका Use Database Project की शुरुआती चरणों में किया जाता है और विभिन्न Team Member को Database की अवधारणाओं को Share करने में मदद करता है।

ER डायग्राम में निम्नलिखित मुख्य components होते हैं:

  1. एंटिटी (Entity): एंटिटी डायग्राम का मुख्य तत्व होते हैं। एंटिटी डेटाबेस में संग्रहीत वस्तु, व्यक्ति, स्थान या कॉन्सेप्ट को प्रतिष्ठित करती हैं। उदाहरण के लिए, यदि आप एक ऑनलाइन विमान बुकिंग सिस्टम का डिज़ाइन कर रहे हैं, तो “ग्राहक” और “विमान” दो अलग-अलग एंटिटी होंगी।
  2. एट्रिब्यूट (Attribute): एट्रिब्यूट एंटिटी के विशेषताओं को दर्शाते हैं। एट्रिब्यूट डेटाबेस में डेटा को निर्दिष्ट करने के लिए प्रयोग होते हैं। उदाहरण के लिए, “ग्राहक” एंटिटी में “नाम”, “पता”, “ईमेल”, “फ़ोन नंबर” जैसे एट्रिब्यूट्स हो सकते हैं।
  3. रिलेशनशिप (Relationship): रिलेशनशिप डायग्राम में एंटिटी के बीच संबंध को दर्शाते हैं। ये संबंध एक एंटिटी से दूसरी एंटिटी तक कनेक्ट करते हैं। उदाहरण के लिए, “ग्राहक” और “विमान” एंटिटी के बीच एक “बुकिंग” रिलेशनशिप हो सकता है, जिसका अर्थ होगा कि एक ग्राहक एक विमान पर एक बुकिंग कर सकता है।
  4. Primary Key: प्राइमरी की एक अद्यतन फील्ड होती है जो हर एंटिटी के लिए अद्यतित और अद्यतित Unique Id का निर्दिष्ट करती है। यह एंटिटी को अन्य एंटिटी से अलग करती है और डेटाबेस में डेटा को आसानी से खोजने और अद्यतन करने में मदद करती है।

ये हैं ER डायग्राम के मुख्य components। इनके माध्यम से डेटाबेस डिज़ाइन किया जाता है और इससे डेटाबेस की संरचना, संबंध और एट्रिब्यूट्स को प्रदर्शित किया जाता है।




ER Diagram के Advantage and Disadvantage क्या क्या हैं?ER Diagram के Advantage:

  1. संक्षेप में संरचित विज्ञापन: ER डायग्राम एंटिटी, रिलेशनशिप और एट्रिब्यूट्स के माध्यम से डेटाबेस की संरचना को संक्षेप में प्रदर्शित करता है। यह डेटाबेस डिज़ाइन के संक्षेप में साझा करने की सुविधा प्रदान करता है और टीम के सदस्यों के बीच संवाद को सुगठित रूप से करता है।
  2. संगठन और व्यवस्थापन: ER डायग्राम डेटाबेस के अंदर के डेटा को संगठित और सामंजस्यपूर्ण ढंग से प्रदर्शित करता है। इसके माध्यम से, उपयोगकर्ता विभिन्न एंटिटी, रिलेशनशिप और एट्रिब्यूट्स के माध्यम से डेटा तक पहुंच सकते हैं और इसे संशोधित और अद्यतन कर सकते हैं।
  3. मानचित्रितीकरण और विश्लेषण: ER डायग्राम का उपयोग डेटाबेस के अंदर के जटिल रिलेशनशिप्स को समझने और विश्लेषण करने में मदद करता है। यह डेटा के बीच के संबंधों को स्पष्ट रूप से दिखाता है और डेटा मॉडल के विकास में मदद करता है।

ER Diagram के Disadvantage:

  1. सामरिकता की कमी: ER डायग्राम डेटाबेस की संरचना को समझने में मदद करता है, लेकिन यह केवल एक मॉडल होता है और वास्तविक डेटाबेस का विवरण प्रदान नहीं करता है। यह डेटाबेस के आंतरिक मेकेनिज़म्स और क्वेरी वितरण को संभालने में मदद नहीं करता है।
  2. उपयोगकर्ता के पक्षपात: ER डायग्राम के निर्माण में, कुछ उपयोगकर्ताओं को डेटा डिज़ाइन को समझने में कठिनाई हो सकती है, विशेषतः जब डेटाबेस डिज़ाइन नए या जटिल रिलेशनशिप्स को शामिल करता है। इसलिए, उपयोगकर्ताओं की अपेक्षा समझदारी की आवश्यकता होती है ताकि वे डायग्राम को सही ढंग से समझ सकें।
  3. विकास के साथ प्रतिबद्धता: एक बार जब ER डायग्राम डिज़ाइन किया जाता है, तो उसे बदलना और संशोधित करना कठिन हो सकता है। यदि डेटाबेस में कोई परिवर्तन होता है या नए विशेषताओं को जोड़ने की आवश्यकता होती है, तो ER डायग्राम को संशोधित करना आवश्यक होता है, जो समय और प्रयास की मांग कर सकता है।

 

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