Symmetric and Asymmetric:-
Symmetric Key Cryptography वह Cryptography है जिसमें एक ही Key का प्रयोग Plain Text के Encryption तथा Cipher Text के Decryption के लिए किया जाता है।
इस प्रकार की Cryptography में Sender तथा Receiver के पास एक ही समान Key होती है।
Symmetric Key Cryptography को Private Key Cryptography भी कहते है।Asymmetric Key Cryptography में Two Different Keys का प्रयोग Data को Encrypt तथा Decrypt करने के लिए किया जाता है। इसमें एक Public Key होती है जो सबको पता होती है और दूसरी Secret Key होती है जो सिर्फ रिसीवर ( receiver) को पता होती है।
इसे Public Key Cryptography भी कहा जाता है।
Example के लिए यदि युगल एक Message कमल को Send करता है |
Public Key का प्रयोग Message को Encrypt करने के लिए करेगा तथा उसके बाद कमल उस Message को अपनी Private या Secret Key के द्वारा उसे Decrypt करेगा।
Asymmetric Key Cryptography में देखने वाली बात यह है कि सिर्फ Public Key का प्रयोग Message को Encrypt करने के लिए किया जाता है तथा केवल Secret Key का प्रयोग Message को Decrypt करने के लिए किया जाता है।